भाग्यांक जानने के लिए जोड़िये जन्म तिथि+माह+वर्ष उदाहरण के लिए २. ७. १९७९ →२ +७ +१ +९ +७ +९ =३५ →३ +५ =८ यह करेक्शंस और एडिशन्स कीजियेगा चैपटर १, पेराग्राफ ३, लाइन १ अंक ज्योतिष में सूर्य, चंद्र और गुरु, यूरेनस, बुध, शुक्र , वरुण, शनि और मंगल ग्रह की विशेषताओं के आधार पर गणना की जाती है/ मूलभूत प्रवृति के शुरू में प्रत्येक अंक के साथ यह लिखिए / अंक १ में सूर्य के गुण समाहित होते हैं/ अंक २ में चंद्र के गुण समाहित होते हैं/ अंक ३ में गुरु ग्रह के गुण समाहित होते हैं/ अंक ४ में यूरेनस ग्रह के गुण समाहित होते हैं/ अंक ५ में बुध ग्रह के गुण समाहित होते हैं/ अंक ६ में शुक्र ग्रह के गुण समाहित होते हैं/ अंक ७ में वरुण ग्रह के गुण समाहित होते हैं/ अंक ८ में शनि ग्रह के गुण समाहित होते हैं/ अंक ९ में मंगल ग्रह के गुण समाहित होते हैं/ चैपटर 18 अंक २ में लेखकों के नाम में जोड़िये ममता कालिया अंक ३ के लेखकों में यह...