जीवन का गणित बताता है अंकशास्त्रीय गणित
भविष्य को जानने की जिज्ञासा व् उसे संवारने की आकांक्षा हमारे चेतन व् अवचेतन मन में हमेशा से बसती है/ ज्योतिष की विभिन्न विधायें हमें अपने जीवन के अनेकानेक पहलू जानने व् जीवन को बेहतर बनाने में हमारी सहायता करती है/ इन्ही विधाओं में तेजी से लोकप्रियता प्राप्त कर रही एक विधा हैं अंक ज्योतिष / मर्यादा और सिद्धांत किसी भी तरह के हो, लेकिन अंक ज्योतिष की सभी भाषाओँ, संस्कृतियों में मान्यता है/ करीब करीब सभी देशों में अंक ज्योतिष का सहारा लिया जाता है, क्योंकि यह जीवन को बेहतर और उज्ज्वल बनाने का बेहतरीन साधन है/
अंक ज्योतिष अंकों की सहायता से भविष्यवाणी करने का विज्ञान है/ अंक ज्योतिष में गणित के नियमों का व्यवहारिक उपयोग कर के मानव जीवन के विभिन्न पहलुओ पर नज़र डाली जा सकती है/ इस विज्ञान के द्वारा आपको मालूम हो सकता है कि आप कहाँ है, कहाँ जा सकते हैं और क्या क्या घटित हो सकता है आपके जीवन में /
अंक ज्योतिष में नौ ग्रहों सूर्य, चन्द्र , गुरु, यूरेनस, बुध, शुक्र, वरुण, शनि और मंगल की विशेषताओं के आधार पर गणना की जाती है/ प्रत्येक ग्रह के लिए एक अंक निर्धारित किया गया है/ सकल विश्व के प्राणियों के कर्म व् भाग्य ग्रहीय अंक १ से ९ के द्वारा प्रभावित होते हैं/ यह नौ ग्रह मानव जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं /व्यक्ति के जन्म के समय ग्रहों की जो स्थिति होती है, उसी के अनुसार उस व्यक्ति का व्यक्तित्व निर्धारित होता है/ एक प्राथमिक ग्रह व् एक दवत्यिक ग्रह प्रत्येक व्यक्ति के जन्म के समय उस पर शासन करता है/ व्यक्ति के सभी गुण, उसका स्वाभाव, तर्कशक्ति, इच्छाएं, सेहत, भौतिक व् मानसिक उपलब्धियां, करियर, शिक्षा, व्यवसाय में सफलता, असफलता ,विवाह, वैवाहिक सामंजस्य, सन्तानोत्पति, आर्थिक, सामाजिक व् व्यवसायिक स्तर पर प्रतिष्ठा आदि जीवन के विभिन्न पहलू,जन्मांक व् भाग्यांक से प्रभवित होते हैं/ व्यक्ति अपने जीवन में अपने अपने इन अंकों के प्रभाव के अनुसार ही अवसर व् कठिनाइयों का सामना करता है/ अंक हमारे सम्पूर्ण जीवन पर, जनम के पल से लेकर आजीवन प्रभाव डालते हैं/ यही अंक हमारी जीवन धारा रचते हैं व् इसकी गति को नियंत्रित करते हैं/
आपकी व्यक्तिगत उप्लाब्धियों को निर्धारि
त करता है आपका मूलांक और भाग्य द्वारा प्रदत उप्लाब्धियाँ भाग्यांक द्वारा जानी जाती हैं
जानिए अपना मूलांक और भाग्यांक
सकल विश्व के प्राणियों के कर्म व् भाग्य ग्रहीय अंक १ से ९ के द्वारा प्रभावित होते हैं
ग्रहों की अनुकूलता की जानकारी अच्छाईयों के % में वृद्धि करती है और प्रतिकूलता की जानकारी, आने वाली समस्यायों को नियंत्रित करने में सहायता करती है/तो आईये, अंक गणना के आधार पर जानिए और संवारिये अपना भविष्य/
किसी भी माह की १,१०,१९,२८ दिनांक को जन्मे प्राणी का मूलांक होगा १
इसी प्रकार
दि, २,११,२०,२९ =२
दि. ३,१२,२१,३० =३
दि. ४, १३, २२ =४
दि ५, १४, २३ =५
दि ६, १५, २४ =६
दि, ७, १६, २५ =७
दि ८, १७, २६ =८
दि.९, १८, २७ =९
भाग्यांक जानने के लिए जोडिए जन्म तिथि+माह+वर्ष
उदाहरण के लिए
2.7.1979→2+7+1+9+7+9=35→3+5 =8
उक्त उदाहरण में मूलांक २ व भाग्यांक ८ है/
व्यक्तिगत उपलब्धियों के लिए पढे अंक २ और भाग्य द्वारा क्या मिल रहा है,जानने के लिए पढे अंक ८
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अंकों के आधार पर आपकी मूलभ
अंक १,१०,१९,२८
मूलभूत प्रवृति: बौद्धिक क्षमता व् तर्क शक्ति के धनी, नेतृत्व की प्रवृति, दान पुण्य में अग्रणी, विशाल हृदय, दृढ निश्चय वाले व् प्रशासनिक क्षमता के स्वामी
अंक २,११,२०,२९
मूलभूत प्रवृति: कल्पना शक्ति, सृजनात्म्क प्रवृति, रचनातमक गतिविधियों व् सैर सपाटे के प्रति रुझान, सब के साथ सामंजस्य बैठा कर चलने वाले व् दूसरों की भावनाओं के प्रति संवेदनशील
अंक ३,१२,२१,३०
मूलभूत प्रवृति: व्यवसायिक व् पारिवारिक दायित्व निभाने में अधिक सक्षम, उत्तम वक्ता, साहित्यिक व् रचनातमक गतिविधियों में रूचि, शैक्षणिक व् सामाजिक गतिविधियों की ओर अधिक रुझान, अनुशासन प्रिय, ज़िम्मेदारी निभाने में अग्रणी
अंक ४,१३,२२,३१
मूलभूत प्रवृति: मौलिक सोच व् नेतृत्व की क्षमता, प्रबंधन क्षेत्र में रुझान, परम्परा से हट कर कुछ करने व् समाज सुधार, आविष्कार, अनुसन्धान आदि में रूचि, समस्या के विश्लेषण में सक्षम
अंक ५, १४, २३
मूलभूत प्रवृति: गणनातमक क्षमता, नेतृत्व की प्रवृति, प्रबंधन योग्यता, आत्म निर्भर व् अपने स्तर पर निर्णय लेने में सक्षम, निर्भीक, साहित्य, लय, सुर, ताल में रूचि, विदेश में बसने के प्रति रुझान, चंचल मन के स्वामी व् पूर्वाभासी , पारिवारिक व् सामाजिक दायित्व निभाने में सदैव तत्पर
अंक ६, १५, २४
मूलभूत प्रवृति: प्रखर सौंदर्य बोध, साहित्यिक, शैक्षणिक गतिविधियों व् रचनात्मक क्रिया कलापों में रूचि, स्नेहिल स्वभाव, पारिवारिक व् व्यवसायिक दायित्वों के प्रति सजग
अंक ७, १६, २५
मूलभूत प्रवृति: कल्पना शक्ति, साहित्यिक, रचनात्मक व् कलात्मक गतिविधियों की ओर रुझान, सहनशीलता व् सामंजस्य की प्रवृति, सुदूर देशों के प्रति आकर्षण, आध्यात्म में गहन रूचि
अंक ८, १७, २६
मूलभूत प्रवृति: दृढ निश्चय के स्वामी, संघर्ष का सामना करने की क्षमता, नेतृत्व की प्रवृति, कार्यक्षेत्र में पूर्ण निष्ठां से दायित्व वहन, सामाजिक सरोकार व् साहित्यिक गतिविधियों की ओर रुझान, धार्मिक प्रवृति व् धर्म शास्त्रों के अध्ययन में रूचि
अंक ९, १८, २७
मूलभूत प्रवृति: आत्म निर्भर, स्वतन्त्र निर्णय लेने में सक्षम, दृढ निश्चयी, निडर, धार्मिक गतिविधियो व् पारिवारिक दायित्व की ओर रुझान, संघर्ष की क्षमता,पत्रकारिता में गहन रूचि
रजनी छाबड़ा
अंकशास्त्री
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